Friday, April 13, 2018

बेटी होना क्या दोष है ???😢

#Justice_for_Daughters😢
 
     SHE'S 
  BROKEN

THE SYSTEM WHICH HAS BEEN RAPED.....!

आज गूंज उठी हैं चीखें, बहरे कानों की दीवारों में,
थोड़ी गर्मी बाकी है, दिल्ली के पहरेदारों में।।

थीं स्वतंत्र जो नभ की परियां , जन्नत मुल्क बनाने को,
गज़ भर भूमि काँप उठी, उन कलियों को दफनाने को।।

उजड़ा बचपन, सिसका आंगन, रोती चीख-पुकारों से,
बिलख उठा मन भय के कारण, दैत्यों के सरदारों से।।

अभी मस्तियां ज़ारी हैं, पतझड़ बीच बहारों में,
ख़ूं के छींटें सूख गए क्या, सत्ता के गलियारों में ???

शर्मिंदा हैं #बेटी हम ; न छोड़ेंगे उन निर्मम हत्यारों को,
उठा नहीं सकते क्या, अब हम अपनी तलवारों को ???

रचनाकार- निखिल देवी शंकर वर्मा 'गिरिजाशंकर
अध्ययनरत-लखनऊ विश्वविद्यालय लखनऊ
©  Copyright 2018
All rights reserved.

7 comments:

  1. Ek Naya tufaan fir ayega...
    shor k badal S yh akash ghir jayega
    Bheegega anchal MA ka...
    Ab beti ko kaunn bachayega.
    Jis bagia me ghomi the bachpan m
    Kya pta tha Stta k galiyara ban jayega.

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  2. Ur contribution for awakening India will. Alive for ever...

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