Saturday, February 3, 2024

डॉ नौटियाल - एक व्यक्तित्व

परिचय कराते आपसे, एक व्यक्तित्व जो है बेमिसाल।

सरल भाषा; में सहजता से समझाते; विज्ञान के जो हैं कमाल ।

बहुमुखी प्रतिभा धनी, हर क्षेत्र में उनकी मिसाल।

सौम्य, शील व मधुर जो हैं ; वो हमारे डॉ नौटियाल।।१।।


ज्ञान उनको खोजता है, खुद का कुछ भंडार भरकर । 

छाँटता फिर धुंध भ्रम की, कालिमा को दूर करता।

देखता दीपक उधर है जब, कुछ नया प्रकाश लेकर ।

चीरता है तमस को, और नया उजियार करता ।।२।।


संगीत से है प्रेम उनका, कला के वो श्रेष्ठ ज्ञाता।

प्रकृति से है नेह उनका, पुष्प से वो मुस्कुराते।

रत्न हैं नायाब वो एक , हर तरफ बिखरी, उनकी रोशनी है।

हम साथ के पत्थर हैं, थोड़ी चमक ले टिमटिमाते।।३।।


माँ शारदे की अनुपम कृपा; उन पर बरसती है सदा ।

हम तो उनके ज्ञान का, एक अंश पाकर खुश हुए।

जो मिले हमको कभी , सानिध्य थोड़ा आपका,

कुछ बड़ा हम भी करें, और नाम कर दें आपका ।।४।।


रचनाकार -निखिल वर्मा

कार्यरत- भारत मौसम विज्ञान विभाग, 

पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, भारत सरकार।

Copyright ©️ 2024. All rights reserved.






No comments:

Post a Comment